Chapter 02 Gol Worksheet
06/11/2024Chapter 03 pahalee boond Worksheet
06/11/2024Worksheet Solutions: गोल
बहुविकल्पीय प्रश्न (MCQs)
प्रश्न 1: ध्यानचंद का जन्म किस वर्ष हुआ था?
(a) 1904
(b) 1905
(c) 1906
(d) 1907
उत्तर: (a) 1904
प्रश्न 2: ‘माइनस टीम’ के खिलाड़ी ने ध्यानचंद के सिर पर क्या मारा था?
(a) फुटबॉल
(b) क्रिकेट बैट
(c) हॉकी स्टिक
(d) बास्केटबॉल
उत्तर: (c) हॉकी स्टिक
प्रश्न 3: ध्यानचंद को किस उपाधि से नवाज़ा गया था?
(a) खेल रत्न
(b) हॉकी का जादूगर
(c) ओलंपिक विजेता
(d) राष्ट्रीय खिलाड़ी
उत्तर: (b) हॉकी का जादूगर
प्रश्न 4: ध्यानचंद की आत्मकथा का नाम क्या है?
(a) खेल
(b) गोल
(c) हॉकी
(d) खिलाड़ी
उत्तर: (b) गोल
प्रश्न 5: ध्यानचंद ने 1936 के ओलंपिक में कितने गोल किए थे?
(a) चार
(b) पांच
(c) छह
(d) सात
उत्तर: (c) छह
सही या गलत (True/False)
प्रश्न 1: खेल के मैदान में धक्का-मुक्की और नोंक-झोंक की घटनाएँ नहीं होतीं।
उत्तर: गलत
प्रश्न 2: ध्यानचंद ने अपना बदला गुस्से से लिया।
उत्तर: गलत
प्रश्न 3: ध्यानचंद का जन्म 1904 में प्रयाग में हुआ था।
उत्तर: सही
प्रश्न 4: ध्यानचंद ने 1936 के बर्लिन ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता।
उत्तर: सही
प्रश्न 5: ध्यानचंद को ‘हॉकी का जादूगर’ कहा जाता था।
उत्तर: सही
रिक्त स्थान भरें (Fill in the blanks)
प्रश्न 1: ध्यानचंद का जन्म __________ में हुआ था।
उत्तर: 1904
प्रश्न 2: ‘माइनस टीम’ के खिलाड़ी ने ध्यानचंद के __________ पर हॉकी स्टिक मारी।
उत्तर: सिर
प्रश्न 3: 1936 के बर्लिन ओलंपिक में ध्यानचंद ने __________ गोल किए।
उत्तर: छह
प्रश्न 4: ध्यानचंद ने अपनी आत्मकथा का नाम __________ रखा।
उत्तर: गोल
प्रश्न 5: भारत ध्यानचंद के जन्मदिन को __________ के रूप में मनाता है।
उत्तर: राष्ट्रीय खेल दिवस
मिलान करें (Match the following)
उत्तर:
रचनात्मक प्रश्न (Creative Questions)
प्रश्न 1: ध्यानचंद ने अपने जीवन में खेल भावना को किस प्रकार बनाए रखा? (छोटे अनुच्छेद में उत्तर दें)
उत्तर: ध्यानचंद ने अपने जीवन में खेल भावना को उच्च स्थान दिया। उन्होंने कभी भी प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी को नुकसान पहुंचाने का प्रयास नहीं किया और हमेशा खेल को एक सकारात्मक दृष्टिकोण से खेला। उन्होंने अपनी जीत को देश की जीत समझा और खेल को अपने लिए नहीं बल्कि पूरे देश के लिए खेला।
प्रश्न 2: ध्यानचंद की आत्मकथा ‘गोल’ का नाम क्यों रखा गया? (संक्षेप में उत्तर दें)
उत्तर: ध्यानचंद की आत्मकथा का नाम ‘गोल’ इसलिए रखा गया क्योंकि वह एक महान हॉकी खिलाड़ी थे और गोल करना उनके खेल का मुख्य उद्देश्य था। यह नाम उनके खेल और जीवन की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
प्रश्न 3: ध्यानचंद की खेल भावना ने उन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ कैसे बनाया? (संक्षेप में उत्तर दें)
उत्तर: ध्यानचंद की खेल भावना, निस्वार्थ खेल और साथी खिलाड़ियों को समर्थन देने की आदत ने उन्हें ‘हॉकी का जादूगर’ बनाया। उनकी निपुणता और खेल के प्रति उनका समर्पण उन्हें इस उपाधि के योग्य बनाता है।
प्रश्न 4: ध्यानचंद ने बर्लिन ओलंपिक में अपनी टीम का नेतृत्व कैसे किया? (संक्षेप में उत्तर दें)
उत्तर: ध्यानचंद ने बर्लिन ओलंपिक में अपनी टीम का नेतृत्व उत्कृष्टता और खेल भावना से किया। उन्होंने अपने साथी खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया, स्वयं उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, और भारत को स्वर्ण पदक दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
प्रश्न 5: ‘खेल में गुस्सा’ पर अपने विचार व्यक्त करें।
उत्तर: खेल में गुस्सा करना अनुचित है क्योंकि यह खेल भावना के विपरीत है। गुस्से से खिलाड़ी का प्रदर्शन बिगड़ता है और वह खेल का आनंद नहीं ले पाता। खेल में संयम और धैर्य से खेलना चाहिए ताकि खेल का असली मजा और उद्देश्य प्राप्त हो सके।